लखनऊ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस पर चिंताओं को संबोधित करते हुए जनता को आश्वासन दिया कि राज्य पूरी सतर्कता के साथ आगे बढ़ रहा है. पाठक ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
एएनआई से बात करते हुए पाठक ने कहा, "वायरस को लेकर हम पूरी सतर्कता के साथ आगे बढ़ रहे हैं. आज हमारी एक उच्च स्तरीय बैठक भी है. घबराने की कोई बात नहीं है. सरकार किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार है."
भारत एचएमपीवी के चार मामलों का पता लगा चुका है
व्यापक संदर्भ में, भारत पहले ही एचएमपीवी के चार मामलों का पता लगा चुका है. दो मामलों की पहचान बेंगलुरु, कर्नाटक में की गई और एक अन्य मामला अहमदाबाद, गुजरात में दर्ज किया गया. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कर्नाटक के बेंगलुरु में एचएमपीवी के दो मामलों की पुष्टि की, और एक अन्य मामला गुजरात के अहमदाबाद में सामने आया. इन मामलों का पता देश भर में श्वसन संबंधी बीमारियों की निगरानी के लिए चल रहे निगरानी प्रयासों के तहत लगाया गया.
इस बीच, सोमवार को केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, "स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है. इसकी पहचान पहली बार 2001 में की गई थी, और यह कई वर्षों से पूरी दुनिया में फैल रहा है. एचएमपीवी श्वसन के माध्यम से हवा में फैलता है. यह सभी आयु वर्ग के व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है. यह वायरस सर्दियों और शुरुआती वसंत महीनों के दौरान अधिक फैलता है."
पड़ोसी देशों की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं
नड्डा ने आगे कहा, "चीन में एचएमपीवी के मामलों की हालिया रिपोर्टों पर, स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र चीन के साथ-साथ पड़ोसी देशों की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं."
उन्होंने कहा, "देश की स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क सतर्क हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है. चिंता का कोई कारण नहीं है. हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं."
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