Ganesh Chaturthi 2024: कब मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी? जानें स्थापना, पूजा और विसर्जन का समय

    Ganesh Chaturthi 2024: अगस्त महीने में रक्षा बंधन के त्योहार के बाद से अब एक के बाद एक उत्सव सामने आ रहे हैं. हालही में कृष्ण जन्माष्टमी में करोड़ों भक्तों ने जन्माष्टमीं का पर्व बड़े ही धूम-धाम से बनाया. वहीं अब गणेश चतुर्थी की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं

    Ganesh Chaturthi 2024: कब मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी? जानें स्थापना, पूजा और विसर्जन का समय
    कब मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी? जानें स्थापना, पूजा और विसर्जन का समय- Photo: Social Media

    Ganesh Chaturthi 2024 Date: अगस्त महीने में रक्षा बंधन के त्योहार के बाद से अब एक के बाद एक उत्सव सामने आ रहे हैं. हालही में कृष्ण जन्माष्टमी में करोड़ों भक्तों ने जन्माष्टमीं का पर्व बड़े ही धूम-धाम से बनाया. वहीं अब गणेश चतुर्थी की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.

    भाद्रपद माह में मनाई जाती है गणेश चतुर्थी

    गणेश चतुर्थी, इसे हम सभी विनायक चतुर्थी और गणेश चौथ के नाम से भी जानते हैं. इस पर्व पर लाखों-करोड़ों की संख्या में भक्त गणपती बप्पा की पूजा अर्चना कर उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं. गणपति बप्पा को ज्ञान, सौभाग्य और समृद्धि का देवता माना जाता है. हर साल की तरह इस साल भी भाद्रपद माह में गणेश चतुर्थी बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाई जाएगी. इस बार कब मनाई जाएगी इसके बारे में आज हम आपको जानकारी देने आए हैं. आइए विस्तार से इसके बारे में जानते हैं.

    इस साल कब मानई जाएगी Ganesh Chaturthi?

    इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा.ऐसे में उदयातिथि को देखते हुए गणेश चतुर्थी का शुभारंभ  7 सितंबर दिन शनिवार को होगा और इसी दिन गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना और व्रत की शुरुआत होगी. इसके साथ ही 7 सिंतबर को गणेश चतुर्थी की पूजा (Ganesh Puja Muhurat 2024) सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 34 मिनट के बीच होगी.

    कब होगा समापन?

    पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी का समापन इस बार 17 सितंबर मंगलवार को अनंत चतुर्दशी के दिन होने वाला है. यानी इस दिन गणेश विसर्जन किया जाएगा. इस दिन जो साधक व्रत रखकर गणपति बप्पा की पूजा अर्चना करते हैं, उन्हें गणपती बप्पा का पूर्ण आशिर्वाद मिलने की मान्यता है.

    नोटः इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं. भारत 24 यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है. इस लेख में निहित जानकारी विभिन्नमाध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं. पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें.

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