मनी लॉन्ड्रिंग मामला : ED ने कर्नाटक के CM सिद्धारमैया के खिलाफ जांच में MUDA के 6 कर्मचारियों को किया तलब

    ईडी की ओर से पिछले महीने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद उठाया गया है.

    मनी लॉन्ड्रिंग मामला : ED ने कर्नाटक के CM सिद्धारमैया के खिलाफ जांच में MUDA के 6 कर्मचारियों को किया तलब
    कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो.

    नई दिल्ली : कर्नाटक में मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) से जुड़े कथित हाई-प्रोफाइल घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने MUDA से जुड़े छह कर्मचारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है, सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

    इन कर्मचारियों को पूछताछ के लिए अलग-अलग तारीखों पर बुलाया गया है, जो बेंगलुरु में ED के क्षेत्रीय कार्यालय में होगी.

    जिन लोगों को तलब किया गया है, उन्हें मामले से जुड़े कई दस्तावेज भी लाने के निर्देश दिए गए हैं. ED के जांचकर्ता मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनसे जुड़े कई अधिकारियों से जुड़े सबूत और दस्तावेज सामने लाने पर फोकस कर रहे हैं.

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    ईडी ने सीएम और बाकियों के खिलाफ दर्ज किया है मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

    यह कदम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पिछले महीने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद उठाया गया है.

    हाल ही में राज्य लोकायुक्त द्वारा MUDA से संबंधित एक प्राथमिकी के बाद कांग्रेस नेता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है. एफआईआर में मुख्यमंत्री, उनकी पत्नी बी.एम. पार्वती, उनके साले मल्लिकार्जुन स्वामी और देवराजू का नाम शामिल है, जिनसे स्वामी ने जमीन खरीदी थी और बाद में पार्वती को उपहार में दे दी थी.

    ईडी ने मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों को लागू किया है, जिससे एजेंसी को पूछताछ के लिए व्यक्तियों को बुलाने और जांच के दौरान संपत्ति जब्त करने में मामले को मजबूत बनाया ज सके.

    सिद्धारमैया ने आरोपों को किया है खारिज, कहा- इस्तीफा नहीं देंगे

    सिद्धारमैया ने लगातार आरोपों से इनकार किया है और दावा किया है कि वह राजनीतिक उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं.

    सिद्धारमैया ने कहा है कि वह सरकार के प्रमुख के रूप में अपना पद छोड़ने के लिए भाजपा की लगातार मांगों के बावजूद अपने पार्टी नेताओं के समर्थन की वजह से इस्तीफा नहीं देंगे.

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