दिल्ली पुलिस 25 बांग्लादेशियों को देश से बाहर करने में जुटी, इस तरह 'अवैध घुसपैठ' कर पहुंचे दिल्ली

    पुलिस अधिकारी ने बताया वह फर्जी आधार कार्ड जारी करने के संबंध में एक रैकेट पर भी कार्रवाई की है. कहा- ये लोग मेघालय सीमा के रास्ते बांग्लादेश से घुसपैठ करते थे.

    दिल्ली पुलिस 25 बांग्लादेशियों को देश से बाहर करने में जुटी, इस तरह 'अवैध घुसपैठ' कर पहुंचे दिल्ली
    मामले की जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारी मधुप तिवारी | Photo- ANI

    नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेश से आए 25 से अधिक "अवैध" अप्रवासियों की पहचान की है और उन्हें उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, एक अधिकारी ने कहा.

    अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड जारी करने के संबंध में एक रैकेट पर भी कार्रवाई की है, उन्होंने कहा कि ये लोग मेघालय सीमा के रास्ते बांग्लादेश से घुसपैठ करते थे.

    यह भी पढे़ं : 'झूठ बोलने, धोखा देने की बुरी आदतें छोड़ दीजिए', BJP अध्यक्ष सचदेवा ने केजरीवाल को लिखे पत्र में क्या कहा?

    पुलिस ने एलजी सक्सेना के आदेश पर चलाया अभियान

    विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सीपी) कानून और व्यवस्था मधुप तिवारी ने कहा कि बांग्लादेश से आए "अवैध" अप्रवासियों की पहचान करने का अभियान दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के आदेश पर चलाया जा रहा है.

    तिवारी ने बताया, "एलजी के निर्देश के बाद हमने एक अभियान शुरू किया है, जिसमें हमने अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें निर्वासित करना शुरू कर दिया है. जोन 2 दक्षिणी क्षेत्र में हमने अब तक 25 से अधिक ऐसे अवैध प्रवासियों की पहचान की है और उन्हें निर्वासित करने का काम भी शुरू कर दिया है. साथ ही, हमें दक्षिणी जिले में एक बड़ी सफलता मिली, जहां हमने एक रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें हमने न केवल उनके भारत आने का रास्ता देखा, बल्कि इसमें शामिल लोगों को भी पकड़ा, जो यहां अवैध रूप से अपने आधार कार्ड बनाते थे."

    विशेष पुलिस आयुक्त ने कहा कि उन्हें "अवैध" प्रवासियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए मानव खुफिया और तकनीकी निगरानी की मदद लेनी पड़ी.ॉ

    पुलिस ने कई के पास वोटर आईडी कार्ड की बात कही

    तिवारी ने कहा कि उनमें से कई के पास बांग्लादेश के आईडी कार्ड हैं और उन्होंने यहां मतदाता पहचान पत्र भी बनवाए हैं.

    तिवारी ने कहा, "हमें मानव खुफिया के साथ-साथ तकनीकी निगरानी की भी मदद लेनी पड़ी और हम अब तक मिली सफलता से बहुत उत्साहित हैं... हमने उनमें से कई के पास बांग्लादेश के आईडी कार्ड पाए हैं और उन्होंने यहां मतदाता पहचान पत्र भी बनवाए हैं. इसलिए हमने ऐसे लोगों को गिरफ्तार भी किया है...हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम सही व्यक्ति को निर्वासित कर रहे हैं और यह भी सुनिश्चित करना है कि हमारा कोई भी भारतीय नागरिक इसमें न फंसे."

    दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए रैकेट के बारे में बोलते हुए, विशेष पुलिस आयुक्त ने बताया कि अप्रवासी मेघालय की सीमाओं से भारत में घुसपैठ करते हैं और राजधानी एक्सप्रेस के ज़रिए दिल्ली पहुंचते हैं.

    तिवारी ने कहा, "हमने जो रैकेट पकड़ा था, उसमें ये लोग बांग्लादेश से आते थे, मेघालय में प्रवेश करते थे क्योंकि यह एक सुरंग वाली सीमा है और उसके बाद, वे ज़्यादातर राजधानी एक्सप्रेस और सेकंड एसी में आते थे. फिर उन्हें एक फ़र्जी आधार कार्ड दिया जाता था, जिसका डेटा जब हमने चेक किया, तो पूरा आधार कार्ड फ़र्जी था...इसलिए हमें इसमें बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब तक, हमने सुनिश्चित किया है कि वैध नागरिकों को परेशान न किया जाए...जब हम इस तरह के अभियान चलाते हैं, तो वे इलाके से भाग जाते हैं. इससे निश्चित रूप से उस इलाके में अपराध कम करने में मदद मिलती है."

    "हम यह अभियान जारी रखेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं है. अब दिल्ली में चुनाव आ रहे हैं. उस समय, चूंकि हमारे अधिकांश बल चुनाव संबंधी गतिविधियों में व्यस्त हो जाते हैं, इसलिए संभव है कि इस अभियान पर दबाव थोड़ा कम हो जाए, लेकिन फिर भी, यह अभियान नहीं रुकेगा, मैं आपको इसका आश्वासन देता हूं.

    यह भी पढे़ं : BJP नेता पूनावाला ने केरल के CM विजयन को क्यों बताया सनातन विरोधी, नारायण गुरु पर क्या छिड़ा विवाद?

    दिल्ली पुलिस ने 12 बांग्लेदेशियों को हिरासत में लिया था

    इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने 12 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया, जो बिना किसी पहचान के दक्षिण दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रह रहे थे, एक अधिकारी ने कहा.

    पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) दक्षिण पूर्व रवि कुमार सिंह ने कहा कि इन लोगों को निजामुद्दीन, कालिंदी कुंज, शाहीन बाग और सरिता विहार सहित क्षेत्रों से पकड़ा गया था. उन्होंने कहा कि उन्हें हिरासत शिविर में भेज दिया गया है.

    सिंह ने बताया, "अभी तक हमने निजामुद्दीन, कालिंदी कुंज, शाहीन बाग और सरिता विहार जैसे अलग-अलग इलाकों से 12 बांग्लादेशियों को पकड़ा है. हमने उन्हें हिरासत में लिया है और उन्हें हिरासत शिविर में भेज दिया गया है. हमने जितने भी बांग्लादेशियों से मुलाकात की है, वे बिना पहचान के थे और कुछ लोग लंबे समय से रह रहे थे. हम आगे की जांच कर रहे हैं. हमारे पास एक बांग्लादेशी सेल है, एक विशेष इकाई है, जो इस पर काम करती है. हमने करीब 1,200 लोगों का आइडेंटीफाई किया है और भविष्य में भी ऐसा करेंगे, जैसे ही जानकारी मिलेगी."

    फर्जी आईडी कार्ड पर रह रहे 6 लोगों को भी पकड़ा था

    इस बीच, एक अन्य मामले में, दिल्ली पुलिस ने फर्जी पहचान पत्रों की शिकायतों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया, एक अधिकारी ने कहा.

    चुनाव पंजीकरण अधिकारी ने इस मामले के संबंध में आठ लोगों के खिलाफ दो शिकायतें दर्ज की थीं. डीसीपी (दक्षिण पूर्व) सिंह ने कहा कि शिकायतें मिलने पर उन्होंने इसमें शामिल लोगों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज कीं.

    साइबर कैफे मालिक के साथ दो बिचौलियों सहित पांच अन्य को गिरफ्तार किया गया.

    यह भी पढे़ं : संकट में फंस रही चीन की आर्थव्यवस्था- कम प्रोडक्टिविटी, खपत, ट्रेड वार जैसे कौन से फैक्टर्स हैं जिम्मेदार

    भारत