रोबोटिक डॉग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट का BCCI को नोटिस, IPL में कैमडॉग का नाम 'चंपक' रखने पर विवाद

    इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में इस बार तकनीक और मनोरंजन का नया मेल देखने को मिला है, जिसमें एक AI-संचालित रोबोटिक कैमरा डॉग का उपयोग किया जा रहा है. फैंस के वोटों से इस रोबोट डॉग का नाम ‘चंपक’ रखा गया, लेकिन अब यही नाम एक कानूनी विवाद की वजह बन गया है.

    Delhi High Court issues notice to BCCI over robotic dog controversy over naming camdog Champak in IPL
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में इस बार तकनीक और मनोरंजन का नया मेल देखने को मिला है, जिसमें एक AI-संचालित रोबोटिक कैमरा डॉग का उपयोग किया जा रहा है. फैंस के वोटों से इस रोबोट डॉग का नाम ‘चंपक’ रखा गया, लेकिन अब यही नाम एक कानूनी विवाद की वजह बन गया है.

    दिल्ली हाई कोर्ट ने BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) को इस संबंध में नोटिस जारी किया है, जिसमें यह पूछा गया है कि क्या ‘चंपक’ नाम का इस्तेमाल एक पंजीकृत ट्रेडमार्क के उल्लंघन के दायरे में आता है. अदालत ने बोर्ड को चार सप्ताह के भीतर अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. मामले की अगली सुनवाई 9 जुलाई को होगी.

    मैगजीन का दावा: ब्रांड छवि पर असर

    ‘चंपक’ नाम की प्रसिद्ध बाल-पत्रिका के वकील अमित गुप्ता ने अदालत में दावा किया कि IPL के रोबोट डॉग को यही नाम देकर बोर्ड ने ट्रेडमार्क का उल्लंघन किया है. उनका कहना था कि इस नाम का व्यावसायिक उपयोग हो रहा है, जो कि सोशल मीडिया प्रचार, ब्रॉडकास्टिंग और ब्रांड सहयोग के जरिए आय का स्रोत बन सकता है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि पत्रिका का नाम दशकों से एक स्थापित ब्रांड रहा है, जिसे बच्चों और परिवारों के बीच विशेष पहचान मिली है.

    BCCI की दलील: नाम सामान्य है

    BCCI के वकील जे साई दीपक ने आरोपों का विरोध करते हुए कहा कि ‘चंपक’ शब्द एक आम नाम है, जो एक फूल को भी दर्शाता है. उन्होंने यह भी तर्क दिया कि इस नाम को लेकर लोगों में जो जुड़ाव है, वह पुरानी टीवी सीरीज के पात्र या लोकप्रिय संस्कृति से अधिक है, न कि मैगजीन से सीधे तौर पर.

    जज ने इसपर टिप्पणी करते हुए यह सवाल उठाया कि अगर ऐसा है, तो क्या विराट कोहली के ‘चीकू’ नाम के संदर्भ में भी यही तर्क लगाया जा सकता है, क्योंकि 'चीकू' भी चंपक पत्रिका के एक किरदार से मिलता-जुलता है.

    अदालत की राय

    दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश सौरभ बनर्जी ने कहा कि अभी यह तय करना जल्दबाज़ी होगी कि BCCI का कदम ट्रेडमार्क उल्लंघन है या नहीं. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता को यह साबित करना होगा कि नाम का उपयोग किसी प्रकार का व्यावसायिक लाभ दे रहा है या ब्रांड क्षति पहुँचा रहा है.

    न्यायाधीश ने यह भी माना कि सोशल मीडिया पर BCCI ने यह स्पष्ट किया था कि नाम फैंस की वोटिंग के जरिए तय किया गया है, न कि किसी ब्रांडिंग एजेंडे के तहत.

    तकनीक और मनोरंजन में उठा विवाद

    BCCI ने मौजूदा IPL सीज़न में पहली बार एक AI-सक्षम कैमरा रोबोट डॉग को पेश किया है, जो लाइव कवरेज और खिलाड़ियों के साथ इंटरैक्शन में प्रयोग हो रहा है. धोनी समेत कई खिलाड़ियों को इस डिवाइस के साथ देखा गया है, जिसने फैंस का ध्यान आकर्षित किया है.

    चंपक मैगजीन: एक पुराना नाम

    ‘चंपक’ एक लोकप्रिय बाल-पत्रिका है, जिसे 1969 से दिल्ली प्रेस द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है. यह बच्चों के बीच कहानियों, कॉमिक्स और ज्ञानवर्धक सामग्री के लिए पहचानी जाती है, और आठ भाषाओं में प्रकाशित होती है.

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