Dahaad with Rubika liyaquat: BJP का 'मिशन 24', अब मंडल+कमंडल? यहां जानिए कैसे देंगे 2024 में टक्कर

    मिशन 2024 की तैयारियां तेज हो गई हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) किसी भी हालत में अपनी पकड़ ढीली नहीं करना चाहती. कई तरह के राजनीतिक समीकरण बनने लगे हैं. देखिए आज का शो..!

    Dahaad with Rubika liyaquat: BJP का 'मिशन 24', अब मंडल+कमंडल? यहां जानिए कैसे देंगे 2024 में  टक्कर

    Dahaad with Rubika liyaquat:  मिशन 2024 की तैयारियां तेज हो गई हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) किसी भी हालत में अपनी पकड़ ढीली नहीं करना चाहती. कई तरह के राजनीतिक समीकरण बनने लगे हैं. एनडीए को मजबूत और बड़ा बनाने के लिए बीजेपी ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को अपने साथ लाने की कोशिश करेगी. वहीं, यूपी में अखिलेश यादव का गठबंधन पीडीए भी एनडीए की रणनीति पर चलता नजर आ रहा है. 2024 के युद्ध में दोनों की रणनीति मिली-जुली नजर आ रही है. आज के शो दहाड़ में 2024 के लोकसभा चुनाव में जाति कार्ड कितना सफल होगा इस पर विस्तृत चर्चा हुई. देखिये आज का शो..!

    2024 का 'मंत्र' चुनो, 'जोड़ो और राज करो'?  

    भारतीय संविधान की 18वीं लोकसभा का महासंग्राम अब ज्यादा दूर नहीं है. अगले साल 2024 के अप्रैल-मई में होने वाले इस महासंग्राम में दोनों महादलों के बीच महामुकाबले की तैयारियां लगभग अंतिम चरण में चल रही हैं. 26 दलों वाला विपक्षी महागठबंधन भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) और 38 दलों वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) महासमर में उतरने की तैयारी कर चुका है. सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व में एनडीए और वर्षों से सत्ता में रही कांग्रेस के नेतृत्व में ‘इंडिया’ में कौन आगे है और कौन पीछे, यह जानने और समझने के लिए देखिए आज का शो..!

    क्या 2024 का चुनाव जातियों के इर्द-गिर्द लड़ा जाएगा?

    पिछले दो लोकसभा चुनावों में बीजेपी की सत्ता में वापसी में आरक्षित सीटों ने बड़ी भूमिका निभाई है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी आरक्षित सीटों पर सबसे बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरी. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 131 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 2019 में 86 सीटें जीतीं और 2014 में, भाजपा ने आरक्षित सीटों में से 60 प्रतिशत सीटें जीती थीं. आंकड़े बताते हैं कि कांग्रेस का परंपरागत वोट अब काफी हद तक बीजेपी की ओर शिफ्ट हो गया है और ये बात बीजेपी भी जानती है. यही वजह है कि पार्टी अभी से ही एससी-एसटी वोटरों तक पहुंच बनाने में जुट गई है. जनवरी 2023 में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने ये संदेश भी दिया था. पीएम ने कहा था कि हमारा अभियान ऐसा होना चाहिए जो सभी हाशिये पर मौजूद समुदायों तक पहुंच सके. उन्होंने कहा था कि वोट की परवाह किए बगैर हमें ऐसा करना चाहिए. देखिए आज को शो..!

    यहां देखें पूरा शो...!