दिल्ली के वसंत कुंज इलाके के रंगपुरी में शख्स और उसकी 4 दिव्यांग बेटियों ने जहर खाकर जान दी

    27 सितंबर को सुबह 10:18 बजे पुलिस को घर से दुर्गंध आने की सूचना मिली. जब वे पहुंचे, तो उन्होंने फ्लैट का ताला तोड़ा और शवों को बरामद किया.

    दिल्ली के वसंत कुंज इलाके के रंगपुरी में शख्स और उसकी 4 दिव्यांग बेटियों ने जहर खाकर जान दी
    वसंत कुंज के रंगपुरी में घर जहां एक शख्स और उसकी चार बेटियों ने जहर खा कर जान दी | Photo- ANI के वीडियो से ग्रैब्ड.

    नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी के वसंत कुंज के रंगपुरी गांव में एक व्यक्ति और उसकी चार बेटियां मृत पाई गईं, पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी.
    चारों ने कथित तौर पर जहर खा लिया था और आत्महत्या कर ली.

    27 सितंबर को सुबह 10:18 बजे पुलिस को घर से दुर्गंध आने की सूचना मिली. जब वे पहुंचे, तो उन्होंने फ्लैट का ताला तोड़ा और शवों को बरामद किया.

    सूत्रों ने बताया कि मृतक हीरा लाल (50) अपनी बेटियों-नीतू, निशी, नीरू और निधि के साथ रहते थे, जो अपनी विकलांगता के कारण चलने में असमर्थ थीं. उनकी पत्नी का एक साल पहले कैंसर से निधन हो गया था.

    पिता वसंत कुंज के अस्पताल में बढ़ई का काम करते थे

    दिल्ली पुलिस के अनुसार, हीरा लाल 1996 से वसंत कुंज स्थित स्पाइनल इंजरी अस्पताल में बढ़ई का काम कर रहे थे. सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि वह 24 सितंबर को घर में दाखिल हुए और तब से दरवाजा अंदर से बंद है.

    एक अधिकारी ने बताया कि बेटियों में से एक अंधी थी और दूसरी को चलने में दिक्कत थी, जबकि बाकी की जांच की जा रही है. मृतक परिवार के पड़ोसियों में से एक रतन ने दुर्गंध आने पर पुलिस को सूचना दी.

    रतन ने बताया, "केयरटेकर ने फोन करके उनके बारे में पूछा... उसने मुझे घर के आसपास दुर्गंध और मक्खियों के बारे में बताया. हमने उन्हें दो-तीन दिनों से नहीं देखा था. हमने पिता को आखिरी बार 3-4 दिन पहले देखा था. बच्चे कभी घर से बाहर नहीं निकलते थे. हमने मकान मालिक और पुलिस को फोन किया... और पुलिस ने घर खोला और पांचों शव बरामद किए. उनकी मां की कुछ महीने पहले मौत हो गई थी... 15-25 साल की उम्र की चार बेटियां थीं, सभी शारीरिक रूप से विकलांग थीं. हमने उन्हें शायद ही कभी बाहर देखा हो."

    घटनास्थल पर सल्फाज की पुड़िया मिली हैं : पुलिस सूत्र

    पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटनास्थल पर सल्फाज की पुड़िया मिली हैं, जिससे संकेत मिलता है कि मामला जहर का है.

    अधिकारी ने बताया, "दरवाजा अंदर से बंद था और सल्फाज की पुड़िया मिली हैं. शुरुआती जांच में दिल्ली पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया है. पोस्टमार्टम के बाद मौत के अंतिम वजह पता चलेगी."

    दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, चारों लड़कियों के पेट और गले में लाल रंग का पवित्र धागा बंधा हुआ था. चारों लड़कियों के शव पहले कमरे में डबल बेड पर पड़े थे और दूसरे कमरे में पुरुष का शव मिला.

    पांचों मृतकोंं के मुंह के पास झाग पाया गाय है : सूत्र

    सूत्रों ने बताया कि सभी पांच मृतकों के मुंह के पास सफेद झाग पाया गया.

    डीसीपी साउथ वेस्ट रोहित मीना ने एएनआई को बताया, "पत्नी की एक साल पहले मौत हो गई थी. जनवरी से पुरुष बाहर भी नहीं जा रहा था..बाहर किसी से बात नहीं करता था..24 को सीसीटीवी में देखा गया था..वह अपने परिवार की देखभाल करने वाला अकेला व्यक्ति था..कहा जा रहा है कि दो लड़कियां विकलांग थीं."

    मौतों के कारणों को समझने के लिए आगे की जांच चल रही है.

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