नई दिल्ली : कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को लाल बहादुर शास्त्री को उनकी 59वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अहम भूमिका निभाई.
अमित शाह ने उन्हें गुदड़ी का लाल बताते हुए याद किया.
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मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया महान गांधी और आदर्श
खरगे ने शास्त्री को "जय जवान, जय किसान" के नारे के पीछे की प्रेरणा और दुग्ध क्रांति की नींव रखने के लिए भी सराहा. एक्स पर एक पोस्ट में खरगे ने कहा, "हम "जय जवान, जय किसान" के पीछे की प्रेरणा, महान गांधीवादी, हमारे आदर्श, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी पुण्यतिथि पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उन्होंने देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. भूमि सुधार से लेकर दुग्ध क्रांति की नींव रखने तक, रेलवे में थर्ड क्लास को खत्म करने से लेकर 1965 के युद्ध तक, शास्त्री जी अपनी सादगी और संयमित जीवन से सभी के लिए प्रेरणा बने, उन्होंने हमेशा देश की प्रगति के लिए काम किया."
अमित शाह ने शास्त्री को गुदड़ी लाल बताते हुए एक्स पर लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करता हूं. सादगी और ईमानदारी के प्रतीक लाल बहादुर शास्त्री जी ने अपने कृतित्व और व्यक्तित्व से देश के राजनीतिक इतिहास में अमिट छाप छोड़ी. ‘जय जवान, जय किसान’ के उद्घोष से उन्होंने देश के किसानों व जवानों में नई-ऊर्जा का संचार किया. गुदड़ी के लाल शास्त्री जी का कुशल नेतृत्व और साहस सदा देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा."
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने इस तरह किया याद
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका नारा "जय जवान, जय किसान" देश की सेवा करने वाले हाथों के प्रति कृतज्ञता का एक शक्तिशाली संदेश है. उन्होंने कहा कि शास्त्री की विरासत को पीढ़ियों तक सम्मानित किया जाएगा.
शिवकुमार ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सादगी, विनम्रता और देशभक्ति के प्रतीक पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि. उनका नारा "जय जवान, जय किसान" देश की सेवा करने वाले हाथों के प्रति कृतज्ञता का एक शक्तिशाली संदेश है, और उन्होंने जो विरासत छोड़ी है, उसका सम्मान पीढ़ियों तक किया जाएगा."
उज्बेकिस्तान में हुआ था पूर्व पीएम शास्त्री का निधन
उल्लेखनीय है कि 11 जनवरी को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि है, जिनका निधन आज ही के दिन 1966 में ताशकंद, वर्तमान उज्बेकिस्तान में हुआ था.
पूर्व पीएम शास्त्री एक महान दूरदर्शी नेता थे, जो महात्मा गांधी की राजनीतिक शिक्षाओं से गहराई से प्रभावित थे, जिन्होंने लोगों की भाषा को समझा और देश को प्रगति की ओर अग्रसर किया.
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