CM Yogi की प्रदेशवासियों से अपील, स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं

    मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) आदित्यनाथ ने योग दिवस के दिन प्रदेशवासियों से अपील की कि योग को अपने स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए दिनचर्या का हिस्सा बनाए.

    सीएम योगी ने किया योग/ Social Media
    सीएम योगी ने किया योग

    लखनऊ (उत्तर प्रदेश): 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को लखनऊ के राजभवन में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास में हिस्सा लिया. इस सत्र में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाने की अपील की और बताया कि ये स्वस्थ जीवन और लंबी उम्र में सहायक है. 

    कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि योग देश, समाज और समय की सीमाओं से परे जाकर समस्त मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है. उन्होंने कहा, "योग को अपनाकर और संपूर्ण मानव जाति को जोड़कर हम अपने पूर्वजों और विरासत के प्रति सच्चा सम्मान दिखाते हैं. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हम सभी के लिए भारत की इस परंपरा के प्रति सम्मान व्यक्त करने का माध्यम बन गया है."

    राष्ट्रगान से हुई कार्यक्रम की शुरुआत 

    बता दें कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया. बड़ी संख्या में योग साधकों और प्रशिक्षकों ने बड़े उत्साह के साथ सामूहिक योगाभ्यास में भाग लिया. सीएम योगी ने कहा कि योग दिवस के अवसर पर "हम सभी के लिए अपनी विरासत को याद करना और अपने ऋषियों की परंपराओं के प्रति सम्मान दिखाना" एक बड़ा सौभाग्य है.

    योगी ने PM Modi का जताया आभार 

    सीएम योगी ने आगे कहा, "हम इस अवसर के लिए अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं, जिनकी दूरदर्शिता और पहल के कारण दुनिया भर के लगभग दो सौ देशों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को अपनाया और खुद को हमारी समृद्ध भारतीय विरासत के साथ जोड़ा, जिससे हमारी संस्कृति और परंपराओं का सम्मान और संवर्धन हुआ. हमारे पूर्वजों, परंपराओं और विरासत के लिए इससे बड़ी कोई श्रद्धांजलि नहीं हो सकती."

    योग एक व्यापक ज्ञान है

    सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि योग एक व्यापक ज्ञान है जो लोगों को शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से एक साथ लाता है. "भारत की ऋषि परंपरा पर विचार करने से समाज को जोड़ने में उनकी गहन दूरदर्शिता का पता चलता है, जहां उन्होंने इस तरह से 'धर्म' को योग के साथ एकीकृत करने का एक अभिनव प्रयास किया." सीएम ने जोर देकर कहा कि भारतीय ज्ञान के अनुसार, 'शरीर मध्यम खलु धर्म साधनम', जिसका अर्थ है कि सभी जीवन गतिविधियाँ शरीर के माध्यम से प्राप्त की जा सकती हैं.

    यह भी पढे़ं : तमिलनाडु अवैध शराब मामला: मरने वालों की संख्या 47 तक पहुंची, तीन आरोपियों को 15 दिन की न्यायिक हिरासत

    भारत