विजयवाड़ा : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को विजयवाड़ा में आयोजित 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया. सीएम नायडू ने नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और राज्य के कल्याण और विकास के लिए एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला.
CM एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य को संबोधित किया
इस अवसर पर राज्य को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य अब पिछली सरकार के कारण 9.74 लाख करोड़ रुपये के कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है. नई सरकार के गठन के बाद आंध्र प्रदेश की जनता अब स्वतंत्रता देख रही है. हिंसा के विनाश के लिए 100-दिवसीय कार्य योजना लागू की गई। सरल शासन और प्रभावी शासन हमारा आदर्श वाक्य है."
सीएम नायडू ने कहा कि कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले घोषणापत्र में किए गए वादे के अनुसार राज्य में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए एक मेगा डीएससी परियोजना पर हस्ताक्षर किए. उन्होंने कहा, "आंध्र प्रदेश का गठन 1 अक्टूबर 1953 को हुआ था और बाद में 1 नवंबर 1956 को हैदराबाद आंध्र प्रदेश की राजधानी बना। पोट्टी श्रीरामुलु ने अलग राज्य के लिए लड़ाई लड़ी. राज्य के विभाजन के बाद कम समय में ही हमने तेज गति से आंध्र प्रदेश की राजधानी का निर्माण शुरू कर दिया.
आंध्र प्रदेश को कुल 16 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है. किसानों के कल्याण के लिए 2014 से 2019 तक सिंचाई पर 68,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए. 2014 से 2019 की अवधि के दौरान पोलावरम के 73 प्रतिशत काम पूरे हो गए. अगर टीडीपी पांच साल और चलती तो पोलावरम पूरा हो जाता." मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार के कारण राज्य में अव्यवस्था फैल गई. उन्होंने कहा, "सरकारी और निजी जमीनों की लूट की गई, जिसकी शुरुआत प्रजा वेदिका की तोड़फोड़ से हुई, जो पूरे राज्य में जारी रही. राजधानी के रूप में अमरावती का निर्माण खंडहर में तब्दील हो गया. भूमि हड़पना, रेत खनन, शराब तस्करी और खनन जैसी अवैध गतिविधियां बढ़ीं और पिछली सरकार के दौरान गुंडागर्दी और आतंकवाद बढ़ा."