भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ संघर्षविराम सिर्फ़ दिखावा साबित हुआ. शांति का ढोल पीटने के महज़ चार घंटे के भीतर ही पाकिस्तान की सेना ने एक बार फिर अपनी दोहरी नीति उजागर कर दी. पाकिस्तान की ओर से कई सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलीबारी और ड्रोन से हमले किए गए हैं. शाम 5 बजे शुरू हुए युद्धविराम को तोड़ते हुए पाकिस्तान की सेना ने न सिर्फ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देशों की अनदेखी की, बल्कि राजस्थान, पंजाब और कश्मीर के इलाकों में ड्रोन भेजकर माहौल को एक बार फिर युद्ध जैसा बना दिया.
शहबाज सरकार ने जहां सीजफायर को खुलकर समर्थन दिया था, वहीं पाकिस्तानी सेना ने मानो अपनी ही सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया. अब विशेषज्ञ पाकिस्तान में तख्तापलट की आशंका भी जता रहे हैं. महज तीन घंटे में सीजफायर का उल्लंघन ये दिखाता है कि पाकिस्तानी सरकार और सेना के बीच मतभेद हैं. जहां एक तरफ भारत के एक्शन से घबराकर पाकिस्तान की सरकार शांति का रोना रो रही है तो वहीं पाकिस्तानी सेना अपनी कायराना हरकत दिखाने से बाज नहीं ा रही है.
पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और गुजरात में ड्रोन भेजे गए. बारामूला और पोखरण में दो ड्रोन हवा में ही मार गिराए गए. जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, गुजरात और पंजाब के कई इलाकों में ब्लैकआउट किया गया है.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि, "श्रीनगर में विस्फोट हो रहे हैं. ये कैसा युद्धविराम है?" उन्होंने एक ड्रोन अटैक का वीडियो भी साझा किया जिसमें श्रीनगर के मध्य में वायु रक्षा प्रणाली को ऐक्शन में देखा जा सकता है.
बीएसएफ को मिला साफ संदेश
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, बीएसएफ और सेना को स्पष्ट आदेश हैं कि पाकिस्तान की किसी भी कार्रवाई का करारा और तात्कालिक जवाब दिया जाए. अब यह संघर्षविराम सिर्फ कागज़ पर है, जमीन पर नहीं.
ये भी पढ़ें: पाकिस्तान ने तोड़ दिया सीजफायर, जम्मू-कश्मीर में फिर ड्रोन हमले और गोलीबारी