BIHAR: पटना में आयोजित पंचायत में रेत माफिया ने AK-47 से चलाई गोलियां, एक किसान की मौत, दो की हालत गंभीर

    घटना की सूचना मिलते ही सिटी एसपी राजेश कुमार अपने टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे. जहां स्थानीय लोगों ने पुलिस का जमकर विरोध किया. जहां किसी तरह लोगों को गांव वासियों को शांत किया.

    BIHAR: पटना में आयोजित पंचायत में रेत माफिया ने AK-47 से चलाई गोलियां, एक किसान की मौत, दो की हालत गंभीर

    बिहार की राजधानी पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के पथलौटिया में किसानों की जमीन पर अवैध रूप से रेता निकालने के विरोध में शनिवार की आयोजित पंचायत में शरारती तत्वों ने AK-47 से फायरिंग कर दी. इसमें एक किसान की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए. मृतक की पहचान राम विचार राय (40 वर्ष) के रूप में की गई है. वहीं, घायलों को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद शव लेकर घर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया. बता दें कि पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. 

    पुलिस को लोगों ने किया विरोध 

    मिली जानकारी के अनुसार घटना की सूचना मिलते ही सिटी एसपी राजेश कुमार अपने टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे. जहां स्थानीय लोगों ने पुलिस का जमकर विरोध किया. जहां किसी तरह लोगों को गांव वासियों को शांत किया. यहां गंगा घाट पर बालू माफियाओं के दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हुई तो पुलिस अमला ग्रामीणों की भीड़ में फंस गया. इस दौरान तीन पोकलेन जल गये. इसमें चौरासी गांव निवासी अनीश यादव गिरोह और भोजपुर के बिहिया निवासी विकास उर्फ माउटन गिरोह का हाथ बताया जा रहा है.

    किसान लहूलुहान हालत में तड़पते रहे

    पंचायत पर अचानक गोलियों की बौछार होते ही भगदड़ मच गयी. गोली लगने से घायल राम विचार मौके पर ही तड़पते रहे. इसके बाद कुछ किसानों ने हिम्मत जुटाई और रेंगते हुए (हाथों के बल रेंगते हुए) मौके पर पहुंचे. किसी तरह राम विचार को वहां से निकालकर निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि पंचायत में दर्जनों राउंड गोलियां चलीं. इसमें एके-47 राइफल के अलावा कई आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया था.

    लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीण भयभीत

    ग्रामीणों के मुताबिक लगातार हो रही घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल है. वे इतने डरे हुए हैं कि उन्हें घर में भी सुरक्षित महसूस नहीं हो रहा है. कभी बालू के लिए तो कभी जमीन के लिए हत्याएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस निरोधात्मक कार्रवाई नहीं कर रही है. पथलौटिया में पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक पुलिस ने चौकी नहीं खोली है. उनका आरोप है कि रेत माफिया किसानों की जमीन काटकर कारोबार कर रहे हैं. इससे काफी नुकसान हो रहा था.