अहमदाबाद: हाल ही में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. इस पृष्ठभूमि में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (GCA) को एक ईमेल प्राप्त हुआ है, जिसमें नरेंद्र मोदी स्टेडियम को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई है. मेल की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत जांच शुरू कर दी है.
नरेंद्र मोदी स्टेडियम 63 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें 1,32,000 दर्शकों के बैठने की सुविधा है, जो इसे विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाता है. इसकी दर्शक क्षमता मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से भी अधिक है.
IPL 2025 के बीच मिली धमकी
यह धमकी ऐसे समय आई है जब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 अपने निर्णायक चरण में पहुंच रहा है. नरेंद्र मोदी स्टेडियम, जो गुजरात टाइटंस का घरेलू मैदान है, आगामी दिनों में 14 मई को लखनऊ सुपर जायंट्स और 18 मई को चेन्नई सुपर किंग्स के साथ दो अहम मुकाबलों की मेज़बानी करने वाला है.
इस मेल में स्टेडियम को उड़ाने की बात कही गई है और यह मेल कथित रूप से पाकिस्तान के नाम से भेजा गया बताया जा रहा है. हालांकि, इसकी पुष्टि या प्रामाणिकता पर अभी जांच जारी है.
स्टेडियम की सुरक्षा बढ़ाई गई
GCA द्वारा यह मेल मिलने के बाद स्थानीय और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किया गया. अहमदाबाद पुलिस, एटीएस (Anti-Terrorism Squad), और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए स्टेडियम परिसर और आस-पास के क्षेत्रों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि "ऐसी किसी भी धमकी को हल्के में नहीं लिया जा सकता. स्टेडियम में आने वाले खिलाड़ियों, दर्शकों और कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है."
साइबर फॉरेंसिक जांच जारी
सुरक्षा एजेंसियां इस ईमेल के IP स्रोत, सर्वर डिटेल्स, और भेजने वाले की डिजिटल पहचान की गहराई से जांच कर रही हैं. साइबर फॉरेंसिक टीम यह सुनिश्चित करने में लगी है कि यह ईमेल एक वास्तविक खतरे का संकेत है या किसी अज्ञात तत्व द्वारा तनाव की स्थिति का दुरुपयोग किया गया है.
प्रशासन लगातार संपर्क में
इस धमकी के मद्देनज़र भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और IPL की सुरक्षा समिति लगातार प्रशासन और एजेंसियों के संपर्क में हैं. आने वाले मुकाबलों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल को और मजबूत किया जा रहा है, ताकि खिलाड़ी, दर्शक और स्टाफ पूरी तरह सुरक्षित रहें.
ये भी पढ़ें- जहां जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के फिदायीन थे, वहीं हुआ हमला, जानिए कैसे तैयार होते थे मानव बम?