Dharmendra Birthday: बॉलीवुड के प्रिय ही-मैन के रूप में धर्मेंद्र आज अपना 89 वां जन्मदिन मना रहे हैं. अपने रौबदार लुक और बहुमुखी अभिनय के साथ धर्मेंद्र सभी क्षेत्रों के दर्शकों के पसंदीदा हैं.
छह दशकों से अधिक के समय में स्टार ने विभिन्न शैलियों में यादगार फिल्में दी हैं, जिससे वह हिंदी सिनेमा के इतिहास में सबसे सम्मानित नामों में से एक बन गए हैं. आइए उनके प्रतिष्ठित कामों पर एक नजर डालते हैं.
1. शोले (1975): इसमें कोई शक नहीं कि धर्मेंद्र की सबसे प्रतिष्ठित भूमिका 'शोले' में निडर और आकर्षक 'वीरू' की थी. रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने न केवल एक्शन शैली को फिर से परिभाषित किया, बल्कि धर्मेंद्र को बॉलीवुड के लोकगीतों में भी जगह दिलाई. अमिताभ बच्चन के साथ उनकी ऑनस्क्रीन दोस्ती, उनकी कॉमिक टाइमिंग और फिल्म की केंद्रीय जोड़ी के हिस्से के रूप में उनके गहन एक्शन दृश्यों ने 'शोले' को एक अविस्मरणीय ब्लॉकबस्टर बना दिया.
2. रखवाला (1971): एक्शन और इमोशन का सही मिश्रण 'रखवाला' में धर्मेंद्र ने एक्शन को इमोशन के साथ संतुलित करने की अपनी प्रभावशाली क्षमता का प्रदर्शन किया. फिल्म में उन्हें एक ईमानदार आदमी की भूमिका में देखा गया, जो कमजोर लोगों को अपराधियों से बचाता है. साथ ही पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी निभाता है. "मेरे दिल ने जो मांगा मिल गया" जैसे गीतों के साथ फिल्म ने दर्शकों के बीच अपनी गहरी छाप छोड़ी. उनके प्रदर्शन ने एक बहुमुखी अभिनेता के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत किया.
3. अनुपमा (1966): ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया, क्योंकि इसने अभिनेता के एक अधिक गंभीर पक्ष को उजागर किया, जो एक्शन हीरो की स्टीरियोटाइप भूमिकाओं से आगे बढ़ गया.
4. चुपके चुपके (1975): एक कॉमेडी क्लासिक धर्मेंद्र अपनी बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग के लिए भी जाने जाते थे, जो ऋषिकेश मुखर्जी की 'चुपके चुपके' में खूबसूरती से प्रदर्शित हुई थी. एक प्यारे शरारती व्यक्ति की भूमिका निभाते हुए, जो अपनी पत्नी के साथ अपने दोस्तों और परिवारों को शामिल करते हुए एक प्रफुल्लित करने वाले और दिल को छू लेने वाले नाटक में भाग लेता है, धर्मेंद्र का प्रदर्शन उनके सबसे यादगार हास्य प्रदर्शनों में से एक था. फिल्म का हल्का-फुल्का स्वभाव और धर्मेंद्र के स्वाभाविक आकर्षण ने इसे एक कालातीत क्लासिक बना दिया, जिसे प्रशंसकों की कई पीढ़ियों ने पसंद किया.
5. द बर्निंग ट्रेन (1980): धर्मेंद्र के करियर की एक और प्रतिष्ठित फिल्म 'द बर्निंग ट्रेन' थी - एक विशाल मल्टी-स्टारर ड्रामा. यह फिल्म एक्शन, ड्रामा और रहस्य से भरपूर थी और धर्मेंद्र ने विनोद खन्ना, हेमा मालिनी, परवीन बाबी और अन्य जैसे कलाकारों के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. यह फिल्म अपने भव्य पैमाने और रोमांचकारी दृश्यों के लिए जानी जाती थी, जिसने 1980 के दशक की शुरुआत में एक एक्शन स्टार के रूप में धर्मेंद्र के करियर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
6. सत्यकाम (1969): इस फिल्म में धर्मेंद्र ने अपने एक्शन-हीरो वाले व्यक्तित्व से अलग हटकर काम किया और एक ऐसी भूमिका निभाई, जिसमें भावनात्मक गहराई थी. ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित इस फिल्म में धर्मेंद्र एक ऐसे व्यक्ति के रूप में दिखे, जो सामाजिक मानदंडों और नैतिक समझौतों के खिलाफ संघर्ष करता है.
7. सीता और गीता (1972): इस फिल्म में धर्मेंद्र एक साहसी, निडर नायक हैं. रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित यह फिल्म बहुत बड़ी हिट रही और इसने हिंदी सिनेमा में धर्मेंद्र की जगह को एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में मजबूत किया. उनके सहज आकर्षण और स्क्रीन टाइमिंग ने फिल्म को 1970 के दशक की सबसे प्रिय फिल्मों में से एक बना दिया. फिल्म में संजीव कुमार और हेमा मालिनी भी प्रमुख भूमिकाओं में थे.
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