मुठभेड़ में घायल हुए बहराइच हिंसा के आरोपी- नेपाल भागने की कोशिश में थे, अब तक 5 लोग गिरफ्तार

    एडीजी अमिताभ यश ने बताया- मामले में मुख्य आरोपी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार हुए हैं. गोलीबारी में सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हुए हैं. कोई मौत नहीं हुई है. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है.

    मुठभेड़ में घायल हुए बहराइच हिंसा के आरोपी- नेपाल भागने की कोशिश में थे, अब तक 5 लोग गिरफ्तार
    ब्लर की गई तस्वीर घायल आरोपी दाएं से और आरोपियों की बहन पुलिस पर आरोप लगाती हुई | Photo- Bharat 24

    लखनऊ (उत्तर प्रदेश) : बहराइच घटना के आरोपी सरफराज और मोहम्मद तालिब को नेपाल भागने की कोशिश करते समय उत्तर प्रदेश पुलिस ने पैर में गोली मार दी, किसी की मौत नहीं हुई है, दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी है.

    वहीं एक वीडियो में आरोपी की बहन ने बताया कि उसके पिता और भाई को पुलिस घर से गिरफ्तार करके ले गई थी. 

    मामले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया : एडीजी अमिताभ यश 

    अमिताभ यश, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था), विशेष कार्य बल, उत्तर प्रदेश ने कहा कि मामले में 5 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है.

    अमिताभ यश ने कहा, "मामले में मुख्य आरोपी समेत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. थोड़ी देर के लिए गोलीबारी हुई, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं. घायलों में सरफराज और मोहम्मद तालिब शामिल हैं. कोई मौत नहीं हुई है और घायलों को अस्पताल ले जाया गया है."

    एडीजीपी (कानून व्यवस्था), एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने कहा कि मुठभेड़ में दो लोग घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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    बहराइच की एसपी ने वृंदा शुक्ला ने कहा- वह हालात का जायजा लेने पहुंची हैं

    बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया, "5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से दो पुलिस फायरिंग में घायल हुए हैं. मैं उनकी स्थिति का आकलन करने आई हूं. घायलों में एक मोहम्मद सरफराज है, जबकि दूसरा मोहम्मद तालिब है."

    उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी इलाके में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई झड़प में रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे.

    सीएमओ ने बताया, रामगोपाल को लगे थे 25-30 छर्रे

    इससे पहले आज बहराइच के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संजय कुमार शर्मा ने बताया कि बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई झड़प में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की मौत "अत्यधिक खून बहने" के कारण हुई.

    सीएमओ ने कहा, "हमारे पास जो जानकारी है - उस व्यक्ति की मौत 25-30 छर्रे लगने के कारण अधिक खून बहने के कारण हुई. उसकी बाईं आंख के ऊपर और पैर के पंजों पर कुछ चोट के निशान हैं. दोनों पैरों के नाखूनों का कुछ हिस्सा भी गायब है."

    एसपी ने सोशल मीडिया पर गलत सूचना न फैलाने की अपील की

    सोशल मीडिया पर गलत सूचना न फैलाने की अपील करते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी ने कहा, "सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाई जा रही है. घटना में एक ही मौत हुई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण गोली लगने से स्पष्ट है. मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि गलत सूचना न फैलाएं और ऐसी किसी भी गलत सूचना पर विश्वास न करें. जिले में स्थिति शांतिपूर्ण है."

    सीएम योगी ने पीड़ित को न्याय दिलाएंगे, आरोप बख्शे नहीं जाएंगे

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि बहराइच हिंसा के पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने यह बात बहराइच घटना के मृतकों के परिजनों से लखनऊ में मुलाकात के बाद कही. परिवार को 10 लाख रुपये, पीएम आवास योजना के तहत एक घर और एक अंत्योदय कार्ड दिया है.

    16 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू की. हरदी थाने के एसएचओ और महसी क्षेत्र के प्रभारी को सीओ महसी रूपेंद्र गौड़ के साथ हटा दिया गया. रामपुर के सीओ रवि खोखर को बहराइच के सीओ महसी का प्रभार दिया गया है.

    पुलिस के अनुसार, जुलूस मुस्लिम इलाके से गुजर रहा था, तभी दो समूहों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई.

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