पुणे (महाराष्ट्र): पुणे के स्वारगेट बस डिपो में हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्थानीय ग्रामीणों की सतर्कता के कारण संभव हो पाई.
ग्रामीणों की मदद से गिरफ्तारी
गुरुवार देर रात पुणे पुलिस ने शिरूर तहसील के गुनात गांव में छिपे आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे को धर दबोचा. पुलिस के अनुसार, वह गांव के पास गन्ने के खेत में छिपा था, लेकिन जब वह रात में पानी और भोजन के लिए गांव में आया तो स्थानीय लोगों ने उसे पहचान लिया और तुरंत पुलिस को सूचित किया.
आरोपी की भागने की कोशिश नाकाम
घटना के बाद आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए चालाकी से काम लिया. वह पहले सब्जी ले जा रहे एक ट्रक में छिपकर गांव पहुंचा, जहां उसने अपने कपड़े और जूते बदले. हालांकि, पुलिस को पहले से ही अंदेशा था कि वह अपने गांव के आसपास छिप सकता है. इसके मद्देनजर पुलिस ने ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से गहन तलाशी अभियान चलाया. इस ऑपरेशन के तहत 13 टीमों को तैनात किया गया था, जो अंततः आरोपी को पकड़ने में सफल रहीं.
पुलिस की तत्परता और न्याय की दिशा में पहल
पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी को देर रात 1:10 बजे गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि मामले की जांच को शीघ्रता से पूरा करने के लिए एक विशेष वकील की नियुक्ति की जाएगी.
सरकारी अधिकारियों पर भी होगी कार्रवाई
घटना को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने स्वारगेट बस डिपो के असिस्टेंट ट्रांसपोर्ट सुपरिटेंडेंट और मैनेजर के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. यदि वे दोषी पाए जाते हैं तो उनके निलंबन की भी संभावना है. इसके अलावा, बस डिपो पर तैनात पुराने सुरक्षा कर्मियों को हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं.
घटना का विवरण
पीड़ित महिला, जो घरेलू कार्यों में संलग्न थी, 25 फरवरी को सुबह 5 बजे अपने गांव जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी. आरोपी ने उसे भरोसे में लेकर कहा कि उसकी बस अन्य स्थान पर खड़ी है और वह उसे वहां छोड़ देगा. जब महिला उसके साथ गई तो आरोपी ने उसे एक शिवशाही बस में चढ़ने के लिए कहा. बस में रोशनी नहीं थी, जिससे महिला ने संदेह व्यक्त किया. इस पर आरोपी ने कहा कि अन्य यात्री सो रहे हैं. जैसे ही महिला बस में चढ़ी, आरोपी ने दरवाजा बंद कर दिया और अपराध को अंजाम दिया.
तेजी से हुई पुलिस कार्रवाई
घटना के बाद, पीड़िता ने अपने एक दोस्त को फोन कर पूरी घटना बताई, जिसने उसे पुलिस में शिकायत दर्ज करने की सलाह दी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली, जिसमें वह महिला से बात करता हुआ नजर आया.
महिला आयोग ने की कार्रवाई की सराहना
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकनकर ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए पुलिस की तत्परता की सराहना की. उन्होंने भरोसा दिलाया कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे.
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