जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने आधी से अधिक सीटें हासिल कर ली हैं : चुनाव आयोग

    जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन की स्थिति मजबूत है और उन्होंने भाजपा से गंदी चालें न चलने की अपील की.

    जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने आधी से अधिक सीटें हासिल कर ली हैं : चुनाव आयोग
    जम्मू-कश्मीर के एक मतदान केंद्र पर जारी मतगणना | Photo- ANI

    नई दिल्ली : वर्तमान में चल रही मतगणना के साथ, भारत के चुनाव आयोग की ओर से सुबह 10:15 बजे तक जारी रुझानों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में, जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने 47 सीटों पर बढ़त के साथ आधी से अधिक सीटें हासिल कर ली हैं.

    चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, क्षेत्र के 90 चुनाव क्षेत्रों में से ज्यादातर में 3-5 राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है.

    इस बीच, सुबह 10:15 बजे तक भारतीय जनता पार्टी 28 सीटों पर आगे चल रही है.

    मतदान के नतीजों से तारा चंद, मुजफ्फर बेग, रमन भल्ला, बशारत बुख़ा सहित कई पूर्व मंत्रियों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा, साथ ही उमर अब्दुल्ला, रविंदर रैना, यूसुफ तारिगामी और कई अन्य लोगों का भी चुनावी भाग्य तय होगा.

    जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने कहा- भाजपा गंदी चालें न चले

    जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन की स्थिति मजबूत है और उन्होंने भाजपा से गंदी चालें न चलने की अपील की.

    उमर अब्दुल्ला ने कहा, "हमें उम्मीद है कि हम जीतेंगे. जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने जो फैसला किया है, वह हमें आज दोपहर तक पता चल जाएगा. पारदर्शिता होनी चाहिए...अगर लोगों का जनादेश भाजपा के खिलाफ है, तो उन्हें कोई चाल नहीं चलनी चाहिए...हमने गठबंधन किया है ताकि हम जीत सकें और हम जीत की उम्मीद कर रहे हैं."

    कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा- एनसी के साथ सरकार बनाने को तैयार

    जम्मू में, बाहु विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार टीएस टोनी ने कहा कि कांग्रेस-एनसी गठबंधन सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस-एनसी गठबंधन 2/3 बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहा है. पहले लोग केवल बयानों पर भरोसा करते थे. अब, सभी झूठ उजागर हो गए हैं...लोग अब सब कुछ जान गए हैं. यह मंदिरों का शहर था. भाजपा ने इसे शराब का शहर बना दिया. वे कहते हैं कि यह राजस्व सृजन के लिए है...लोग शराब और भू-माफिया से निराश हैं...अब वे बेनकाब हो गए हैं. जनता अब उन पर भरोसा नहीं करती...भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है. 5 विधायकों की नियुक्ति निर्वाचित सरकार द्वारा की जानी थी. यहां तक ​​कि राष्ट्रपति के पास भी सीधी नियुक्ति का यह अधिकार नहीं है. एलजी के पास यह मनमानी शक्ति कैसे हो सकती है?"

    जम्मू-कश्मीर में भाजपा अकेले मैदान में है

    जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस, जो कि भारत गठबंधन में भागीदार हैं, ने संयुक्त रूप से विधानसभा चुनाव लड़ा, जबकि पीडीपी और भाजपा ने अपने दम पर चुनाव लड़ा.

    जम्मू-कश्मीर विधानसभा के 90 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में हुए.

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