नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग से 2029 तक 75,000 मेडिकल सीटों का विस्तार करने का आग्रह किया. नड्डा ने आज राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की चौथी वर्षगांठ समारोह को संबोधित करते हुए यह बयान दिया.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, "केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने आज यहां राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की चौथी वर्षगांठ समारोह को संबोधित किया. इस अवसर पर बोलते हुए श्री जेपी नड्डा ने एनएमसी को उसकी चौथी वर्षगांठ पर बधाई दी तथा पिछले चार वर्षों के दौरान 25,000 यूजी और पीजी सीटें जोड़ने के लिए इसकी सराहना की."
1,00,000 एमबीबीएस सीटों का लक्ष्य हासिल कर लिया है
उन्होंने यह भी कहा कि एनएमसी ने देश में 1,00,000 एमबीबीएस सीटों का लक्ष्य एक साल पहले ही हासिल कर लिया है. विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने एनएमसी को भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसके तहत अगले 5 वर्षों में 75,000 मेडिकल सीटें जोड़ी जाएंगी, ताकि महत्वाकांक्षी चिकित्सा पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके.
विज्ञप्ति के अनुसार, "एनएमसी द्वारा हाल ही में अपनाई गई तकनीकी पद्धतियों, जैसे कि एआई के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों का मूल्यांकन और संकाय के लिए आधार-सक्षम बायोमेट्रिक उपस्थिति (एईबीएएस) की शुरूआत की सराहना करते हुए, नड्डा ने एनएमसी को देश में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और वृद्धि के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया."
एनएमआर एलोपैथिक डॉक्टरों के लिए गतिशील डाटाबेस है
उन्होंने राष्ट्रीय चिकित्सा रजिस्टर (एनएमआर) की शुरुआत पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यह सभी एलोपैथिक डॉक्टरों के लिए एक गतिशील डाटाबेस है, जिसके लिए पहले ही लगभग 20,000 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं.
Addressed the 4th Anniversary ceremony of the National Medical Commission in New Delhi.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) September 24, 2024
During the event, I reiterated the target set by Hon'ble PM Shri @narendramodi ji of adding 75,000 medical seats over the next five years to meet the growing demand of aspiring medical… pic.twitter.com/r9mfHttEXC
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा की दिशा में हाल ही में किए गए प्रयास, खास तौर पर परिवार दत्तक ग्रहण कार्यक्रम, एमबीबीएस छात्रों को अधिक मानवीय और कुशल चिकित्सक बनने के लिए तैयार करेंगे. उन्होंने निवारक स्वास्थ्य सेवा और कल्याण के प्रति मानसिकता में बदलाव की ओर भी इशारा किया.
चिकित्सा शिविरों पर प्रथम सर्वेक्षण रिपोर्ट का विमोचन किया
विज्ञप्ति के अनुसार, "इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने चयनित 89 निबंधों की एक निबंध संकलन पुस्तक - 'मेकिंग ऑफ ए फैमिली फिजिशियन: रीचिंग द रूट्स', चयनित 67 कॉलेजों की एक कोलाज पुस्तक - 'आर्ट ऑफ मेकिंग ऑफ ए फैमिली फिजिशियन: रीचिंग द रूट्स' और गांवों तक पहुंच के माध्यम से परिवार दत्तक ग्रहण कार्यक्रम के तहत कॉलेजों द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविरों पर एक प्रथम सर्वेक्षण रिपोर्ट का विमोचन किया. यह सर्वेक्षण 2022 में 28 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 496 कॉलेजों के एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों द्वारा किया गया है."
केंद्रीय मंत्री ने सर्वश्रेष्ठ निबंध लिखने वाले और सर्वश्रेष्ठ कोलाज बनाने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया. उन्होंने देश भर में एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले नए छात्रों को बधाई देकर अपना संबोधन समाप्त किया.
ये भी पढ़ें- दिल्ली में महिला किरायेदार के बेडरूम और बाथरूम में मिले स्पाई कैमरे, मकान मालिक का बेटा गिरफ्तार